जीतना बुरा R Ashwin के साथ किया गया, उतना बुरा व्यवहार किसी अन्य खिलाड़ी के साथ नहीं हुआ, रोहित-द्रविड़ पर आग बबूला हुए Sunil Gavaskar

7 जून से 11 जून के बीच लंदन के ऑवेल क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया WTC 2023 का फाइनल मुकाबला अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है, इसका कारण इस मुकाबले में टीम इंडिया को मिली करारी हार है. टीम इंडिया को मिली इस हार के बाद सोशल मिडिया पर  तरह- तरह की बाते की जा रही है, इसी क्रम में अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी एक बड़ा ब्यान दिया है, जिसमे उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ को खूब खरी खोटी सुनाई है.

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सुनील गावस्कर ने अपने इस ब्यान में टीम प्रबंधन के फैसलों पर सवाल उठाये है. उन्होंने कहा है की स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन आश्विन फिलहाल दुनिया के नंबर वन टेस्ट गेंदबाज है, इसके बाद भी उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया. कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के इसी फैसले से क्रिकेट के तमाम ज्ञानी लोग नाराज है. इस पर महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी भारतीय टीम प्रबंधन की कड़ी आलोचना की है.

सचिन तेंदुलकर ने भी उठाये सवाल:-

सचिन तेंदुलकर ने कहा है की, मैं समझ नहीं पाया आखिर टीम प्रबंधन ने ऐसा फैसला क्यों किया. रविचंद्रन अश्विन फिलहाल दुनिया के नंबर वन स्पिनर हैं. वही, सुनील गावस्कर ने अपने ब्यान में कहा, क्रिकेट के आधुनिक समय में किसी भी खिलाड़ी के साथ इतना बुरा व्यवहार नहीं हुआ, जितना बुरा रविचंद्रन आश्विन के साथ हुआ. गावस्कर साहब ने सवाल क्या, यदि वो दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज होते तो भी उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जाता?

सुनील गावस्कर ने कोच और कप्तान को लताड़ लगाते हुए कहा की, ‘आश्विन को बाहर करने का फैसला बिलकुल भी सही नहीं था. आधुनिक युग में किसी अन्य भारतीय क्रिकेटर के साथ इतना बुरा व्यवहार नहीं हुआ जितना अश्विन के साथ हुआ है. आप बताइए कि यदि टीम में ICC रैंकिंग में नंबर एक बल्लेबाज होता तो क्या उसे टीम से इसलिए बाहर कर दिया जाता क्योंकि पहले उसने घास वाली पिच पर रन नहीं बनाए हैं या फिर उसे सूखी स्पिनर्स के लिए मददगार पिचों पर रन नहीं बनाए हैं. बिलकुल नहीं.

हमें आश्विन के साथ हुए बर्ताव पर आँख नहीं मूंदनी चाहिए:-

इसके आगे गावस्कर ने कहा, घटना के बाद ऐसा कहना ठीक नहीं है लेकिन बीते कुछ साल में ऐसी परंपरा देखी गई है. लेकिन इसे समझना वाकई बहुत मुश्किल है. आखिर वह 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके हैं. इसके आगे उन्होंने कहा, यदि भारत जीत भी जाता तो हमें अश्विन के साथ किए गए व्यवहार के प्रति आंखें नहीं मूंदनी चाहिए. फिर चाहे इस मुद्दे पर जो भी सफाई दी जाती रहे. एक ऐसे मैच में जहां भारत को जीत के लिए 444 रन का लक्ष्य दिया गया वहां गेंदबाजों का प्रदर्शन इस बात का सबूत है कि आखिरकार सही फैसला नहीं लिया गया.

बता दे की पिछले काफी समय में रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा है, इन्होने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-2023 में भारत के लिए सबसे ज्यादा 61 विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे है. इन्होने हाल ही में भारत में हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में भी अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में कुल 25 विकेट लिए थे.

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